मानसिक रोगी---पागलखाने मेँ लोहे के ऊँचे खंभे पे एक पागल चढ़ गया।
लोगो ने उसे उतरने के लिये कहा।
पर वो नहीं उतरा।
किसी ने कहा कि उतर नहीं तो गोली मार दूँगा।
फिर भी नहीं उतरा।
सब लोग सारे प्रयास करके हार गये
तभी दिग्गीराजा आये।
उन्होने पागल से कहा
कि अगर नहीँ उतरोगे
तो इस छोटी कैंची से
इस खंबे को काट दूंगा।
इतना सुनते ही
पागल तुरंत उतर आया।
सबने दिग्गी की खूब तारीफ की।
फिर सबने पागल से पूछा
कि हमलोग कितना भी डरा-धमका लिये,
गोली मारने की धमकी दे दिये।
पर तुम नहीं उतरे।
लेकिन दिग्गीराजा ने
छोटी कैंची से
इतने मोटे खंबे को काटने को कहा
और
तुम उतर गये।
ऐसा क्यों??
तब पागल ने कहा-
आपलोग दीमागी तौर पे स्वस्थ हो।
भरोसा था की आप कुछ नहीँ करोगे।
लेकिन ये तो दीमागी तौर पे मेरे जैसा है,
ये तो कुछ भी कर देता।
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